गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर उस्मानिया अकादमी कि ओर से रामपार्क लोनी में एक शाम मोहब्बत के नाम सेमिनार का आयोजन
गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर उस्मानिया अकादमी एवं सोशल एंड एजुकेशनल रिसर्च की ओर से सुधीर एन्क्लेव लोनी में एक सेमिनार एक शाम मुहब्बत के नाम से आयोजन किया गया जिस में अलग अलग क्षेत्र से सामाजिक कार्यकर्ता, धर्मगुरु और पत्रकारगण सम्मिलित हुए । सेमिनार के मुख्य अतिथि मौलाना सोहेल अख्तर क़ासमी थे जबकि सेमिनार को संचालित मुफ़्ती अब्दुल वाहिद क़ासमी ने किया। उन्होंने कहा की उस्मानिया अकादमी के संचालक नौशाद उस्मानी ने लोनी जैसे क्षेत्र में ऐसा सेमिनार आयोजन कर एक बड़ी मिसाल क़ायम की है। उन्होंने कहा उस्मानी जी अपने आप में एक संस्था के रूप में समाज को जोड़ने का काम कर रहे हैं। इस अवसर पर सीनियर पत्रकार और सायबान समाचार पत्र के मुख्य संपादक श्री जावेद रहमानी ने गणतंत्र दिवस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस हमारे देश का सब से बड़ा त्योहार है और ऐसे अवसर पर ऐसा सेनीमार का होना मोहब्बत का पैग़ाम देता है। उन्होंने कहा कि नौशाद उस्मानी जी ने ये सेमिनार एक शाम मोहब्बत के नाम रखकर एक बड़ा पैगाम समाज में देने कि कोशिश कि है, और उस्मानी जी मुबारकबाद से योग्य हैं । उन्होंने कहा कि नौशाद उस्मानी जी उस्मानिया अकादमी के संचालक ही नहीं बल्कि एक अच्छे पत्रकार और स्टार न्यूज़ टेलीविज़न के मुख्य संपादक भी है। इस अवसर पर सेमिनार के मुख्य अतिथि मौलाना सोहेल अख्तर क़ासमी को पुरस्कार ट्रॉफी (trophy)से सम्मानित करने के साथ साथ सीनियर पत्रकार जावेद रहमानी, मास्टर असगर अली, नूर हसन मालिक, नसीम खलीफा, हाजी मोहम्मद बशीर, श्री राजू बैसला असलम बरी, ज़ियाल हक़ फरीदी, गुलाब अंसारी, शमीम हैदर,यामीन रब्बानी, हाजी शाकिर और ग़ज़ालिस्ट फरीद अहमद को भी पुरस्कार ट्रॉफी (trophy से सम्मानित किया गया सेमिनार के अंत में मौलाना सोहेल अख्तर क़ासमी ने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि गणतंत्र दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व है, इसलिए ऐसा प्रोग्राम हम सदियों से करते आरहे हैं और करते रहेंगे और अपने बड़ों कि क़ुर्बानियों को याद करेंगे कयोंकि देश कि आज़ादी में हमारा खून शामिल है। अंत में कार्यक्रम आयोजक और उस्मानिया अकादमी के प्रिंसिपल श्री नौशाद उस्मानी ने गणतंत्र दिवस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज जहाँ पूरी दुनिया में नफरत को बढ़ावा दिया जा रहा है वहीँ इस मंच से हमने मोहब्बत का एक पैगाम देने कि कोशिश की है और हमें आशा है कि ये मोहब्बत कि आवाज़ जनजन तक पहुंचेगी और एक बार फिर भारत में प्यार एवं मोहब्बत का माहौल बनेगा, साथ है उन्होंने सेमिनार में सम्मिलित सभी मेहमानों का धन्यवाद भी किया । इस अवसर पर श्री मोहम्मद शमशाद, मोहम्मद इरशाद, मोहम्मद जुनैद, मोहम्मद सऊद, मोहम्मद वली (बबलू ), हयातुर रहमान,मोहम्मद शमशेर, मोहम्मद रब्बानी, मोहम्मद शाहिद, आइशा शमशाद, इल्मा खान, रोज़ी और लाहीका, इक़रा और अधिक लोग शामिल हुए ।