
कालकाजी में गुंडागर्दी कर रहे भाजपा प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी और उनके भतीजों को बचाने में जुटी पुलिस, सीएम आतिशी ने चुनाव आयोग को लिखा पत्र
नई दिल्ली, 23 जनवरी। कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी और उनके भतीजों द्वारा आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को धमकाने और मारपीट करने के मामले में स्थानीय पुलिस की संदिग्ध भूमिका सामने आई है। इसे लेकर मुख्यमंत्री और कालकाजी से आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी आतिशी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने आरोप लगाया कि गोविंदपुरी के एसएचओ और संबंधित अधिकारी शिकायतों की निष्पक्ष जांच करने के बजाय “आप” कार्यकर्ताओं पर झूठे बयान देने का दबाव बना रहे हैं।
सीएम आतिशी ने चुनाव आयोग से गोविंदपुरी एसएचओ धर्मवीर और जांच अधिकारियों सुशील शर्मा व जय भगवान का तत्काल ट्रांसफर करने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच ऐसे अधिकारियों द्वारा होनी चाहिए जिनकी कभी दक्षिण दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में पोस्टिंग नहीं हुई हो।
“भाजपा दिल्ली में डर और गुंडागर्दी का माहौल बना रही है” – सीएम आतिशी
उधर, सीएम आतिशी ने एक्स पर भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी और उनके भतीजों की गुंडागर्दी का एक वीडियो जारी कर लिखा कि भाजपा के रमेश बिधूड़ी और उनके गुंडे चुनाव को प्रभावित करने के लिए कालकाजी में डर का माहौल बना रहे हैं। लोगों के साथ गाली-गलौंज और मारपीट की जा रही है। ख़ुद रमेश बिधूड़ी फ़ोन कर लोगों के धमका रहे हैं। भाजपा ने ऐसा माहौल पूरी दिल्ली में बना दिया है। लेकिन अब वक्त आ गया है कि दिल्लीवालों को अपने बच्चों के भविष्य और अपनी दिल्ली को बचाने के लिए साथ खड़ा होना पड़ेगा। दिल्ली के 2 करोड़ लोगों को भाजपा को यह सबक सिखाना पड़ेगा कि वे अपनी दिल्ली को बर्बाद नहीं होने देंगे।
दिल्ली की मुख्यमंत्री और कालकाजी विधानसभा से आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी आतिशी ने कालकाजी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी को लिखे पत्र में कहा है कि मैंने 21 जनवरी और 22 जनवरी को भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा “आप” कार्यकर्ताओं को धमकाने के बारे में शिकायत की थी। मुझे 21 जनवरी को की गई शिकायत के बारे में गोविंदपुरी के एसएचओ से एक नोटिस प्राप्त हुआ।
हालांकि, मुझे यह जानकारी मिली है कि मेरी शिकायतों की जांच करने के बजाय जिन “आप” कार्यकर्ताओं को भाजपा कार्यकर्ताओं से धमकियां मिली थीं, अब उनको पुलिस द्वारा बयान देने के बहाने फोन किए जा रहे हैं। क्षेत्रीय एसएचओ धर्मवीर, इंस्पेक्टर सुशील शर्मा और कांस्टेबल जय भगवान हमारे कार्यकर्ताओं से संपर्क कर रहे हैं। वे हमारे कार्यकर्ताओं को झूठे बयान देने के लिए दबाव की कोशिश कर रहे हैं और मामले को बंद करने के लिए दबाव बना रहे हैं।
जांच अधिकारी जयभगवान और सुशील शर्मा ने “आप” की कार्यकर्ता विजयता, रेखा बसी और दीपा दियोल से मुलाकात की और उन्हें बयान लिखकर दिए, जिसमें यह कहा गया कि कोई हिंसा या धमकी नहीं हुई थी। फिर उन्होंने उन लोगों पर दबाव डालकर उन बयान पर साइन कराए। यह साफ है कि पुलिस मिलकर काम कर रही है और निष्पक्ष जांच किए बिना भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ की गई शिकायत की जांच को बंद करने की कोशिश कर रही है।
मेरे कार्यकर्ता अपने वकील की मौजूदगी में लिखित बयान देने के लिए तैयार हैं। हालांकि, पुलिस जल्दी में है और हमारे कार्यकर्ताओं पर अधूरे और झूठे बयान पर साइन करने का दबाव बना रही है। जब हमारे कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया, तो इन पुलिस अधिकारियों ने उन बयान को फाड़ दिया।
चूंकि स्थानीय एसएचओ और जांच अधिकारी के बीच मिलीभगत को लेकर गंभीर चिंता है। इसलिए मेरी निम्नलिखित मांगें हैं-
1. एसएचओ गोविंदपुरी, धर्मवीर को तुरंत विधानसभा क्षेत्र-51 से ट्रांसफर किया जाए।
2. आईओ सुशील शर्मा और जय भगवान को विधानसभा-51 से ट्रांसफर किया जाए।
3. जांच ऐसे पुलिस अधिकारियों द्वारा की जाए, जिनकी कभी दक्षिणी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में पोस्टिंग नहीं हुई हो, जहां से रमेश बिधूरी 10 साल तक सांसद रहे हैं।