सुषमा रानी
नई दिल्ली,ऑल इण्डिया यूनाइटेड मुस्लिम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर एम, एजाज़ अली ने ब्यान जारी कर भारत के प्रधान मंत्री से संसद के विशेष सत्र में विशेष मांग करते हुए कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने गत कुछ वर्षों से अपने तमाम बड़ी रैलियों में और लाल किले से भी पसमांदा मुसलमानो के संबंध में साफ़ शब्दों में कहा कि मुसलमानो कि बड़ी आबादी मुख्य धारा से कटी हुई है और पिछले तमाम सरकारों ने इस के साथ न्याय नहीं किया केवल वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया गया जिस से दलित मुसलमान अर्थात पसमांदा मुसलमान मुख्य धारा से कट गया ऐसे में मेरी सरकार ने इन पसमांदा मुसलमानो को मुख्य धारा से जोड़ने का रोड मैप तैयार किया है । डॉक्टर एजाज़ अली ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मांग करते हुऐ कहा कि पसमांदा मुसलमान आत्म निर्भर है इसे हिस्सेदारी, नौकरी, शिक्षा, से ज़्यादा महत्वपूर्ण सुरक्षा है यह वर्ग सड़कों पर विभिन्न क्षेत्रों में काम कर अपने रोज़ी रोटी का इंतज़ाम कर लेता है समस्या तब खड़ी हो जाती है जब कहीं भी दंगे फसाद का माहौल बनता है इस से इस तबके का ना केवल जानी नुकसान होता है बल्कि रोज़ी रोटी की समस्या भी खड़ी हो जाती है कोई कहीं भी हाथ उठता है, मोबलिंचिंग हो जाती है पर असामाजिक तत्व बे खौफ हो कर सब कुछ करता रहता है
ऑल इण्डिया यूनाइटेड मुस्लिम मोर्चा का मानना है कि जिस तरह 1989, में भारत के दलितों को अत्याचार निवारण अधिनियम में शामिल कर सुरक्षा का भाव पैदा किया गया और उस वर्ग के उपर होने वाले अत्याचार में बहुत कमी आई ठीक उसी तरह दलित मुसलमान (पसमांदा मुसलमानो) भी अत्याचार निवारण एक्ट में शामिल कर कानूनी सुरक्षा प्रदान किया जाए ताकि बे लगाम भीड़ तंत्र में भय हो और मुसलमान असुरक्षा के भाव से बाहर हो ताकि स्म्प्रदायिक राजनीति भी समाप्त हो सके।