जावेद हुसैन (ब्यूरो चीफ यूपी)
हरियाणा मेवात।अभी हाल ही में हुई नूह में दो समुदायों में हिंसा में मेवात को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा आसपास के रेहड़ी पटरी वालों की दुकानों में तोड़फोड़,दुकानों में चोरी लूटपाट, आगजनी हुई तमाम समुदायों के लोगों को अपने ही घरों में रहना दुश्वार हो गया हालात को काबू करने के लिए प्रशासन की ओर से धारा 144 लागू कर दी थी।
अब क्या माहौल है!
हिंसा के बाद लगातार दूसरे राज्यों जैसे बंगाल,बिहार और असम के अल्पसंख्यकों का आरोप है की उन्हें वहां से जाने को कहा गया है अन्यथा उनके घरों को आग के हवाले कर दिया जाएगा।
इस बीच मैनस्ट्रीम मीडिया कैसे जहर उगल रहा है।दरअसल पूरा दिन केवल झूठ और फेक न्यूज से टीआरपी के सहारे कुछ चैनल्स लगातार समुदाय विशेष को घेरने की कोशिश कर रहे हैं।तमाम नेता और हरियाणा नूह के स्थाई लोग भी यह मान रहे हैं की असामाजिक तत्वों द्वारा इस तरह की हिंसा को चिंगारी दी गई है लेकिन बावजूद इसके कुछ चैनल्स केवल एक ही समुदाय पर हिंसा का ठीकरा फोड़ रहे हैं।
कोन है हिंसा का मास्टर माइंड!
सूत्रों के अनुसार जुनैद और नासिर हत्याकांड के आरोपी मोनू मानेसर को इस हिंसा का जिम्मेदार माना जा रहा है दरअसल हिंसा से दो दिन पहले उसने शक्ति प्रदर्शन के लिए लोगों को उकसाया साथ ही इसमें बिट्टू बजरंगी का नाम आया है।
अब सवाल है की मोनू मानेसर फरार है या प्रशासन झूठा नाटक कर रहा है?
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने एक वीडियो और ट्वीट के माध्यम से कहा के गहलोत सरकार कार्यवाही करे हमारा प्रशासन पूरी तरह उनका सहयोग करेगा लेकिन राजस्थान के मुख्यमंत्री ने पलटवार करते हुए कहा की जब राजस्थान पुलिस हरियाणा में कार्यवाही करने जाती है तो उल्टा उसी पर एफआईआर हो जाती है।
क्या वाकई मोनू मानेसर फरार है?
नूह हिंसा के बाद लगातार न्यूज एजेंसियों के संपर्क में टीवी पर इंटरव्यू दे रहा मोनू मानेसर अगर फरार होता तो न्यूज़ चैनल को इंटरव्यू कैसे देता।
अगर न्यूज एजेंसियों को उसके ठिकाने का पता है तो वो हरियाणा और राजस्थान की पुलिस को क्यों नही बताती इस में प्रशासन,शासन और न्यूज एजेंसियों पर भी सवाल उठ रहे हैं।फिलहाल हरियाणा सरकार ने सभी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और दुषियों पर शख्त कार्यवाही करने की बात की है।