नई दिल्ली, 19जून,
आम आदमी पार्टी ने रेलवे में व्याप्त अव्यवस्थाओं के चलते आम आदमी को ट्रेनों में यात्रा के दौरान लगातार हो रही परेशानी को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। ट्रेनों में बढती भीड से यात्रियों को हो रही परेशानी को लेकर रविवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि अच्छी ख़ासी चलती हुई रेलवे का इन्होंने बेड़ा गर्क कर दिया। आज अगर आप एसी कोच का भी रिजर्वेशन लेंगे तो आपको बैठने या सोने के लिए सीट नहीं मिलेगी। एसी और स्लीपर कोच जनरल से ज्यादा बदतर हो गए हैं। इन्हें सरकार चलानी ही नहीं आती है। क्योंकि इन्हें समझ ही नहीं है। यह अनपढ़ सरकार है। ये लोग हर क्षेत्र को बर्बाद कर रहे हैं। जिससे ट्रेन नहीं चलती, वो देश कैसे चलाएगा?
उधर, भारतीय रेलवे में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फेंस कर कहा कि प्रधानमंत्री और उनकी सरकार ने रेलवे को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। पहले रेलवे का अलग से बजट आता था। नई गाड़ियां शुरू होती थीं। बुजुर्गों के लिए यात्रा में छूट होती थी। तमाम किराए में रियायत मिलती थी। आज बुजुर्गों को मिलने वाली छूट भी सरकार ने खत्म कर दी है। यह बेहद शर्मनाक बात है। उन्होंने कहा कि ये अडानी को लाखों करोड़ों रुपए का फायदा पहुंचाएंगे और पूंजीपतियों का लाखों करोड़ों का टैक्स माफ करेंगे, लेकिन बुजुर्गों को रेलवे में मिलने वाली छूट खत्म कर दी। आज रेलवे में टिकट कटाकर भी सीट नहीं मिलती है। भूसे की तरह ट्रेन में लोग भर-भर कर जाते हैं। रिजर्वेशन कराने पर भी लोगों को सीट नहीं मिलती है। लोग धक्के खा रहे हैं। ट्रेन उपलब्ध नहीं है और घंटों विलंब हो रहा है। रेल दुर्घटना होने पर सीबीआई को जांच देकर लीपापोती की जाती है।
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि ओडिशा के बालेश्वर में हुई घटना को लेकर 3 महीने पहले ही 9 फरवरी को वहां के चीफ इंजीनियर की रिपोर्ट में कहा गया था कि अगर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम ठीक नहीं किया गया तो यहां कोई बड़ी घटना हो सकती है। इस रिपोर्ट को रेल मंत्रालय और मोदी सरकार ने नजरअंदाज किया। जब ट्रेन हादसे में करीब 300 लोगों की जान चली गई, तो वहां जाकर गर्मी का ड्रामा करने लगे। हमारे चौथी पास राजा ने रेलवे को बर्बाद किया है। आज रेलवे में यात्री सुविधाएं खत्म होने की ओर बढ़ रही हैं। दिन प्रतिदिन पटरियों से ट्रेन के उतरने की घटनाएं तेजी से बढ़ रही है।