मरकज़ अल तालीमुल इस्लामी द्वारा चौथा एक दिवसीय शैक्षिक सम्मेलन का आयोजन
सुषमा रानी
नई दिल्ली – मरकज़ अल तालीमुल इस्लामी का चौथा एक दिवसीय शैक्षिक सम्मेलन और दस्तार बंदी हुफ़ाज़ बिहार हाउस, बटला हाउस, जामिया नगर, ओखला में आयोजित की गई, जिसमें हजरत मौलाना सैयद शाह बिलाल हुसैन थानवी साहब ने विशेष ख़िताब किया । विशिष्ट अतिथि के रूप में हजरत मौलाना मुफ्ती अब्दुल रज्जाक साहब, महासचिव जमीयत उलेमा हिंद दिल्ली प्रांत, जनाब शाहिद अली साहब, एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया, हजरत मौलाना मुहम्मद अकरम साहब कासमी, जामिया हस्सान बिन साबित (झारखंड) के महतमिम और मुफ्ती मुहम्मद अयाज मजाहिरी ने भाग लिया।
जलसे की शुरुआत मस्जिद इशाते इस्लाम, जामिया नगर के इमाम कारी अब्दुल मनान द्वारा पवित्र कुरान की तिलावत से हुई। इसके बाद कारी अब्दुल हसीब मजाहिरी और अजीजम मुहम्मद नूर खुर्शीद ने नात पेश की।
इस अवसर पर बोलते हुए मौलाना सैयद शाह बिलाल हुसैन थानवी ने कहा कि शिक्षा हर परिस्थिति में जरूरी है, इसलिए हमें अपने बच्चों को असरी शिक्षा के साथ-साथ धार्मिक शिक्षा से भी आरास्ता करना चाहिए. उन्होंने कुरान और हदीस के महत्व पर भी जोर दिया और प्रकाश डाला।
शाहिद अली एडवोकेट ने कहा कि पवित्र कुरान ही एकमात्र ऐसी किताब है जो करोड़ों लोगों को ज़ुबानी याद है, यह किसी चमत्कार से कम नहीं है और यही लोग हैं जिनसे अल्लाह ताला ने चमत्कार को आगे बढ़ाने का काम लिया यही और वह हमारे हुफ़्फ़ाज़े किराम हैं। मैं रकज़ अल तालीमुल इस्लामी के सभी अभिभावकों को बधाई देता हूं और शुभकामनाएं व्यक्त करता हूं।
मुफ्ती अयाज मजाहिरी ने कहा कि मुसलमानों को बिना किसी भेदभाव के जब भी कोई उनसे मिले या संबोधित करें तो उन्हें सलाम को आम बनाना चाहिए।
इस कार्यक्रम में निम्नलिखित हुफ़्फ़ाज़े किराम हाफिज मुहम्मद बदरान कोडरामा, हाफिज मुहम्मद आदिल सीतामढी, हाफिज मुहम्मद इम्तियाज कोडरमा, हाफिज मुहम्मद अब्दुल कादिर दिल्ली, हाफिज हमद सनादल कोडरमा, हाफिज मुहम्मद अमजद सीतामढी, हाफिज अब्दुल समद दिल्ली, हाफिज मुहम्मद तौहीद कोडरमा, हाफिज मुहम्मद महताब आलम.समस्तीपुर, हाफिज मुहम्मद काशिफ कोडरमा, हाफिज मुहम्मद आरिफ अररिया, हाफिज मुहम्मद अयान दिल्ली , हाफिज मुहम्मद अब्दुल्ला रिजवान दरभंगा, हाफिज मुहम्मद रोशन आलम किशनगंज हैं।
कार्यक्रम का आयोजन मौलाना मुहम्मद अरमान कासमी, प्रसारण विभाग, मरकज़ अल तालीमुल इस्लामी द्वारा किया गया था और इसकी देखरेख हरी मस्जिद के इमाम और खतीब मुफ्ती तासीम कासमी ने की। अंत में मकरज़-उल-तालीम-ए-इस्लामी, दिल्ली के संस्थापक मौलाना नसीम मजाहिरी ने सभी अतिथियों और दर्शकों का धन्यवाद किया।
इस सम्मलेन मैं कॉलोनी व दूर-दराज से आये मेहमान विशेष रूप से उपस्थित थे ।