
दिल्ली टैक्सी एंड टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स संगठन ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया
मुख्य संवाददाता
नई दिल्ली ,दिल्ली टैक्सी एंड टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन ने सुप्रीम कोर्ट क़े दिवाली फेस्टिवल पर जो आतिशबाजी के लिए परमिशन दी हैं दिल्ली टैक्सी टूरिस्ट ट्रांसपोर्ट उसका स्वागत करती है. लेकिन हम यह कहना चाहते हैं कि अगर दिवाली पर पटाखे जलाने से AQI बढ़ता हैं, तो इसकी जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की होगी.
इस बारे में दिल्ली टैक्सी एन्ड टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सम्राट नें दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता को पत्र भी लिखा.
वास्तव में दिल्ली सरकार एक तीर से दो निशाने खेलने की कोशिश कर रही है एक तो वह चाहती है कि दिल्ली के लोग दिवाली पर पटाखे जलाये, और बीजेपी का धन्यवाद करें, और अपना वोट बैंक मजबूत करें.
लेकिन जब दिवाली के बाद AQI बढ़ेगा और पर्यावरण के लिए खतरा बढ़ जाएगा तब ये दिल्ली सरकार और CAQM कमिसन फॉर एयर क्वाल्टी मैनेजमेंट ग्रेप 3/4 लगा कर पूरे भारत के ट्रांसपोर्टर्स की डीजल BS 4 टैक्सी बसों को बंद करना शरू कर देंगे. और उन डीजल BS 4 टैक्सी बसों को पर्यावरण के नाम पर खतरा बता कर उन गाड़ियों पर 20 हजार के जुर्माने भी करेंगे.
दिल्ली सरकार दिवाली के बाद देश के ट्रांसपोर्टर्स की और आम जनता की भी काली दिवाली बनाने की तैयारी कर रही हैं, ऐसा हमें पूरा अंदेशा हैं,क्योंकि दिवाली पर पटाखे जलने के बाद AQI पक्का बढ़ेगा ही. और इसमें आम जनता की BS 3 पेट्रोल गाडी और डीजल की BS 4 गाड़ियाँ भी बंद होने की संभावना बद जाएगी डीजल टैक्सी बसों के अलावा.
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सम्राट नें यें मांग की हैं दिल्ली सरकार से अगर दिल्ली में दिवाली के बाद पटाखों के जलाने के बाद AQI बढ़ता हैं तो हमारी टैक्सी बसें और प्राइवेट गाड़ियाँ बंद ना की जाए.
दिल्ली सरकार को इस बात पर भी विचार करना चाहिए कि किसी भी प्रकार पर्यावरण खराब ना हो, क्योंकि इतनी जल्दी ग्रीन पटाखे कोई नहीं बना पाएंगे और यहां आम पटाखे चलेंगे और यह सुप्रीम कोर्ट के कानून की अवहेलना भी होगी और यह जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की होगी.

