पांच दिन से ‘पानी सत्याग्रह’ पर बैठीं जलमंत्री आतिशी की तबीयत बिगड़ी, आईसीयू में भर्ती, अनशन पर विराम
सुषमा रानी
नई दिल्ली, 26 जून दिल्लीवालों को उनके हक का पानी दिलाने के लिए बीते 5 दिनों से अनिश्चितकालीन पानी सत्याग्रह पर बैठी जल मंत्री आतिशी की तबीयत बिगड़ गई है। उन्हें एलएनजेपी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है और अनशन पर विराम लग गया है।
संजय सिंह ने बताया कि तीन गुना आबादी बढ़ने के बाद भी दिल्ली को 1994 में हुए समझौते के तहत पानी मिल रहा है, अब उसमें भी कमी की जा रही है।
उन्होंने बताया कि डॉक्टरों ने आतिशी को अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी थी, लेकिन उन्होंने अनशन जारी रखा।
संजय सिंह ने कहा हम संसद में भी विपक्ष के साथ मिलकर दिल्ली जल संकट को लेकर आवाज उठाएंगे।
एनडी गुप्ता ने कहा हिमाचल-पंजाब पानी देने के लिए तैयार है, लेकिन हरियाणा यह पानी दिल्ली नहीं आने दे रहा है।
जलमंत्री आतिशी की स्वास्थ्य जांच कर रहे एलएनजेपी अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि आतिशी को मंगलवार की सुबह 3ः48 बजे इमरजेंसी में लाया गया। जब हमने उनका परीक्षण किया तो उनका ब्लड शुगर बहुत कम पाया गया। इसे देखते हुए उन्हें आईसीयू में रखा गया है। जब आतिशी अस्तपाल में भर्ती हुई थीं, तब उनका ब्लड शुगर 44 था। यूरीन में कीटोन थे। उनके ईसीजी में भी बदलाव पाए गए हैं। इसलिए उनको आईसीयू में रखना पड़ा। सोमवार की शाम को भी एलएनजेपी के डॉक्टरों की टीम ने अनशन स्थल पर जाकर उनके स्वास्थ्य का परीक्षण किया था। उस समय भी उनका ब्लड शुगर लेवर काफी कम था और उनको अस्पताल में भर्ती करने की सलाह दी थी। लेकिन उन्होंने हमें लिखित में कहा कि वो अस्पताल में भर्ती नहीं होना चाहती हैं। इसके बाद हमने ब्रेन से उनका ब्लड सैंपल लिया था, जिसकी रिपोर्ट रात 10 बजे आई। रिपोर्ट देखने के बाद हमने उनसे कहा था कि ब्लड शुगर का लेवर बहुत खतरनाक स्तर पर नीचे पहुंच गया है। यह खतरनाक हो सकता है। उसके बाद भी उन्होंने इंतजार करने को कहा। लेकिन हमारे डॉक्टरों ने उनको तुरंत एडमिट होने की सलाह दी। आईसीयू में भर्ती होने के बाद आज सुबह उनके सारे पैरामीटर्स ठीक हैं। डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी देखरेख कर रही है। फिलहाल उनकी हालत स्थिर है। वो फल ले रही हैं। अभी कुछ और ब्लड टेस्ट किए जाएंगे। अब खतरे की कोई बात नहीं है, लेकिन ब्लड शुगर बहुत कम है, जो गिरकर 36 तक आ गया है। यह बहुत ही गंभीर हाइपो ग्लाइसिमिया के लक्षण है। उनको सोडियम लेवल भी काफी कम हो गया था। उनका सोडियम 127 था। जब शुगर लेवल बहुत कम हो जाता है, तो उसका असर ब्रेन पर होता है और मरीज हाइपो ग्लाइसिमिया में चला जाता है।